
प्यास बुझती नहीं, पेट भर जाता है
प्यास बुझती नहीं,रह जाती हैपेट भर जाता हैफिर हमदोबाराप्यासे होनेका इंतज़ारकरते हैंफिरप्यास लगती हैफिरहम पानीपीते हैंपर प्यासकभीनहीं बुझतीहमेशा पेटभर जाता है -अभिषेक गुप्ता
प्यास बुझती नहीं,रह जाती हैपेट भर जाता हैफिर हमदोबाराप्यासे होनेका इंतज़ारकरते हैंफिरप्यास लगती हैफिरहम पानीपीते हैंपर प्यासकभीनहीं बुझतीहमेशा पेटभर जाता है -अभिषेक गुप्ता
सूखे दरख़्तों को अब हरा होना होगाडूबती कश्ती को किनारे खड़ा होना होगा छोड़ो ये डर ये बुज़दिली ये दर्द में रहनाजंग जो लड़नी है तो जाँबाज़ होना होगा वक़्त है ख़्वाबों को हक़ीक़त में बदलने कानाज़ुक कलाई कमज़ोर कंधों को मजबूत होना होगा कर लिया इंतिज़ार अँधेरे के हटने काअब सितारों को रौशनी में…